जीवन बीमा क्यों है हर व्यक्ति के लिए जरूरी? जानिये फायदे, चुनौतियाँ और सही योजना का चयन

जीवन बीमा क्यों है हर ब्यक्ति के लिए जरूरी?

जीवन बीमा (Life Insurance) केवल एक वित्तीय उत्पाद नहीं है; यह आपके और आपके परिवार के भविष्य की आर्थिक सुरक्षा का वचन है। आज के समय में हर व्यक्ति को जीवन बीमा के महत्व को समझना चाहिए, ताकि वह अपने प्रियजनों को किसी भी अनचाही परिस्थितियों में सुरक्षित रख सके। इस ब्लॉग में हम जानेंगे कि जीवन बीमा क्यों जरूरी है, इसके फायदे क्या हैं, चुनौतियाँ कैसी हो सकती हैं, और कैसे सही योजना का चुनाव करें। जीवन बीमा एक अमूर्त रूप का प्रोडक्ट है इसलिए इसे लेने के पहले बहुत ही गहन जानकारी की आवश्यकता होती है।

1. जीवन बीमा की आवश्यकता क्यों?

1-परिवार को आर्थिक सुरक्षा का लाभः

जीवन बीमा आपके परिवार को उस स्थिति में आर्थिक सहारा देता है जब आप उनके साथ नहीं होते। आप अपने आय के अनुसार परिवार को खर्च करने की आजादी तो देते है लेकिन वह आजादी शून्य हो जाती है जब आप नही होते है। जीवन बीमा उस आजादी को कायम रखने मे मदद करता है।

2- अनचाही परिस्थितियों से बचाव:

किसी आकस्मिक दुर्घटना, बीमारी या प्राकृतिक आपदा जैसे आग, बाढ़, भूकम्प या अचानक आकाशीय बिजली गिरने तथा ऑधी व तूफान जैसी  परिस्थितियों में यह एक सुरक्षा कवच है।

3- लोन या देनदारियाँ चुकाने मे मददः

जीवन बीमा आपके पेंडिंग लोन और अन्य वित्तीय जिम्मेदारियों को पूरा करने में मदद करता है। जीवन बीमा आपके अनुपस्थिति मे आपकी सारी जिम्मेदारियों का निर्वहन करता है। वह आपके परिवार के मुखिया के रूप मे या एक उत्तराधिकारी के रूप मे जैसे भी हो वादे के मुताबिक जिम्मेदारी उठाता है।

4- रिटायरमेंट की योजना बनाने मे मददः

रिटायरमेंट प्लानिंग का लुत्फ उठाता हुआ परिवार।

जीनन बीमा रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए भी सहयोग करता है ताकि आपके पास नियमित आय आता रहे जिससे आप अपने खर्चे के लिए किसी अन्य के सामने हाथ न फैलाये बल्कि आप खुद किसी को आर्थिक सहयोग करते हुए वित्तीय रूप से स्वतंत्र रहते हुए महंगाई से बचाव के साथ-साथ पुराने लाइफस्टाइल भी बनाये रखे।

2. जीवन बीमा लेने के फायदेः

1- टैक्स बचत:

जीवन बीमा से टैक्स बचत कर अतिरिक्त आय का अहसास होता है।

बीमा आपके द्वारा दिये गये प्रीमियम पर  धारा  80 सी, के तहत 1.5 लाख तक का छूट प्रदान करता है। जब आपकी बीमा पाॅलिसी मेच्योर हो जाती है तब भी मेच्योरिटी की राशि 10 (10 डी) के तहत टैक्स फ्री मिल जाती है। आकस्मिक दुर्घटना के अन्तर्गत मिलने वाली बीमा राशि भी टैक्स फ्री मिलती है।

2- जोखिम कवरेज:

बीमा पहले ही दिन से हर जोखिम के लिए सदैव तैयार रहता है यानी किसी भी आकस्मिक स्थिति मे आपके परिवार को सहायता मिलती है जिससे परिवार मजबूती से खड़ा रह पाता है।

3- लंबी अवधि में धन संचय:

कुछ योजनाएँ जैसे एंडोमेंट और यूलिप पॉलिसी, मनीबैक पाॅलिसी धन को निवेश के साथ-साथ सुरक्षा भी प्रदान करती हैं। इन योजनाओं को जितने लम्बे समय के लिए लेंगे उतना ही फायदेमंद होता है क्योंकि इसमे दो प्रकार के बोनस के साथ-साथ लम्बी जीवन अवधि की सुरक्षा प्राप्त हो जाता है।

धन संचय के साथ-साथ जीवन सुरक्षा की गारंटी।

4- मानसिक शांति देता हैः

जीवन बीमा के अतिरिक्त दुनिया के किसी भी सम्पत्ति को खरीदने के लिए तत्काल पूरा मूल्य चुकाना होता है बिना पूरा मूल्य चुकाये वह सम्पत्ति आपकी नही हो सकती। एक मात्र जीवन बीमा ही ऐसा सम्पत्ति है जिसमे एक किस्त चुकाने के बाद भी ब्यक्ति पूरे सम्पत्ति का मालिक बन जाता है। बीमा लेने के बाद यह जानते हुए कि आपका परिवार सुरक्षित है, आप निश्चिंत रह सकते है। य़ह बहुत बड़ी मानसिक संतुष्टि है।

3. जीवन बीमा से जुड़ी संभावित चुनौतियाँ :

1-गलत योजना का चयन:

अगर आप अपनी जरूरतों के अनुसार सही पॉलिसी नहीं चुनते हैं, तो लाभ कम हो सकता है। साथ ही साथ आपके द्वारा दिया जाने वाला प्रीमियम बोझ महसूस होने लगता है। क्योंकि जब आप अपने जरूरत के लिए पाॅलिसी नही चुनते तो दोहरा नुकसान होने की सम्भावना बनती है। पहला प्रीमियम चुकाने के लिए पैसों की व्यवस्था करना। दूसरा अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए पैसों की व्यवस्था करना। 

2-अपर्याप्त कवरेज:

जीवन बीमा लेने की मुख्य रूप से तीन पद्धति होती है। पहला आप एक वर्ष मे जितना कमाते है।दूसरा वर्ष मे आपका और आपके परिवार का जितना खर्च होता है। तीसरा आप अपने रिटायरमेंट तक जितना कमाने वाले है। लेकिन कष्ट की बात यह है कि जीवन बीमा लेते समय इन तीन बातों मे किसी भी बात पर ध्यान नही दिया जाता, जिसके कारण कम कवरेज ले लिया जाता है।

कई बार तो लोग कम प्रीमियम के चक्कर में कम कवरेज चुन लेते हैं, जिससे भविष्य में समस्याएँ हो सकती हैं।

3-सही जानकारी का अभाव:

सभी नीतियों और उनके फायदे को समझे बिना निर्णय लेना नुकसानदायक हो सकता है। सही जानकारी का अभाव एक बड़ी समस्या है, जो गलत निर्णय लेने का कारण बन सकती है। इसका परिणाम समय, धन और संसाधनों की बर्बादी होता है। अक्सर लोग अपूर्ण या भ्रामक जानकारी के कारण संघर्ष करते हैं। सटीक जानकारी और जागरूकता ही सही दिशा तय करने में मदद कर सकती है। कभी बीमा सलाहकार द्वारा गलत जानकारी दे दी जाती है तो कभी खुद के ज्ञान के अभाव मे नुकसान हो जाता है।

4. सही योजना कैसे चुनें?

1-अपनी जरूरतों का मूल्यांकन करें:

  • यदि आप परिवार की सुरक्षा चाहते हैं, तो टर्म इंश्योरेंस सही विकल्प है। इस प्लाॅन को घर के मुखिया को जरूर लेनी चाहिए।

  • निवेश के लिए आप यूलिप या एंडोमेंट प्लान या मनीबैक पाॅलिसी चुन सकते हैं। जिसमे सुरक्षा के साथ-साथ बचत भी होता रहे।

  • जीवन बीमा के माध्यम् से रिटायरमेंट की प्लानिंग भी कर सकते है जो हर व्यक्ति के लिए जरूरी है।

2-पॉलिसी की शर्तों को पढ़ें:

पॉलिसी लेने से पहले उसके टर्म्स और कंडीशन्स को ध्यान से पढ़ें। कई बार ऐसा होता है कि हम जानते है हमारे पाॅलिसी मे फला-फला कवर शामिल है लेकिन जरूरत पड़ने पर पता चलता है कि जिस कवर के लिए हम निश्चिंत थे वह कवर उस पाॅलिसी मे शामिल ही नही है।

3-प्रीमियम और कवरेज का बैलेंस बनाएं:

ऐसा प्लान चुनें जो आपकी जेब पर भारी न हो लेकिन पर्याप्त कवरेज प्रदान करे। ऐसा प्लान टर्म इंश्योरेंश होता है जिसमे प्रीमियम कम और कवरेज ज्यादा होता है। यह प्लान सस्ता और किफायती होता है। 

4- बीमा सलाहकार से परामर्श करें:

परिवार वित्तीय सलाहकार की मदद लेते हुए प्रसन्न मुद्रा मे।

किसी विश्वसनीय और विशेषज्ञ सलाहकार  से संपर्क करके अपनी स्थिति के अनुसार सलाह लें। कई बार हम अपनी जरूरत के अनुसार पाॅलिसी का चयन नही कर पाते लेकिन एक सलाहकार जिसका काम हमेशा लोगों को सलाह देना है वह हमे वित्तीय आजादी दिलाने मे सहायक होते है।

5. जीवन बीमा से जुड़े लोकप्रिय प्लान्स:

टर्म इंश्योरेंस:

केवल मृत्यु लाभ देने वाला सबसे सस्ता और प्रभावी प्लान। इस प्लान से परिवार को वित्तीय सुरक्षा मिलती है।

एंडोमेंट पॉलिसी:

यह पाॅलिसी जोखिम और बचत दोनो का मिश्रण है। इसमे पाॅलिसी अवधि के दौरान मृत्यु पर बीमाधन व दुर्घटना हितलाभ मिलता है यदि लिया गया हो। यदि पाॅलिसी धारक बीमा अवधि के उपरान्त भी जीवित रहता है तो उसे एक निश्चित धनराशि दी जाती है। यह पाॅलिसी उन लोगों के लिेए है जो सुरक्षा के साथ-साथ कुछ पैसे बचाना भी चाहते है।

 

यूलिप (ULIP):

ULIP इसे (Unit Linked Insurance Plan) कहते है। यह पाॅलिसी निवेश और बीमा का मिश्रण होता है। इसमे आपसे लिए जाने वाले प्रीमियम का एक हिस्सा बीमा कवर मे चला जाता है और बचे हुए हिस्से को शेयर बाजार मे लगाया जाता है। इससे आपको यह फायदा हो जाता है कि बीमा के साथ-साथ अच्छा रिटर्न भी मिल जाता है लेकिन इसमे बाजार के उतार-चढ़ाव  का रिस्क भी होता है।

रिटायरमेंट पॉलिसी:

रिटायरमेंट पाॅलिसी से सम्बन्ध है कि आप अपने कामकाजी जीवन के बाद के लिए वित्तिय सुरक्षा सुनिश्चित कर रहे है। इसके लिए जीवन बीमा कम्पनियों के पास कुछ ऐसे प्लान होते जिसमे एक मुश्त निवेश करके आजीवन पेंशन मिलता रहता है। इससे आपकी पुरानी लाइफ स्टाइल कायम रहती है।

चाइल्ड एजुकेशन एवं मैरिज प्लानः

बच्चों के भविष्य की सुरक्षा यानि उच्च शिक्षा और शादी-विवाह के लिए वित्तीय योजना बनाने के लिए यह प्लान महत्वपूर्ण होता है। इस प्लान की यह खासियत होती है कि अभिभावक के न रहने पर प्रीमियम माॅफ हो जाता है पाॅलिसी जारी रहती है। समय आने पर बढ़ती शिक्षा लागतसे सुरक्षा मिलती है साथ ही बच्चों के सपनो की शिक्षा पूरी हो पाती है।

मनीबैक प्लानः

यह प्लान नियमित अन्तराल पर कुछ धनराशि वापस देती है। यह प्लान उन लोगों के लिए है जो अपने पाॅलिसी अवधि के दौरान कुछ पैसे प्राप्त करना चाहते है ताकि उनकी जरूरतें पूरी हो सके। उदाहरण के तौर पर एक बिजनेसमैन को अपने बिजनेस को ग्रो करने के लिए यह प्लान उपयुक्त होता है।

6. निष्कर्ष

जीवन बीमा आपके और आपके  परिवार के सुरक्षित भविष्य की गारंटी है। यह केवल एक निवेश नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी है। अपनी जरूरतों और प्राथमिकताओं को समझकर, एक विश्वसनीय कंपनी और सही योजना का चयन करें। जो उपर्युक्त कही गयी बातों से तालमेल बिठाती हो।

अगर आप अपने लिए या परिवार के लिए सही जीवन बीमा पॉलिसी चुनने में सहायता चाहते हैं, तो हमसे संपर्क करें। Vimal Life Care में हम आपकी आवश्यकताओं को समझकर सही मार्गदर्शन देंगे। जिससे आपको तथा आपके परिवार को जरूरत पर जरूरत से अधिक धन उपलब्ध हो सके। साथ ही साथ पूर्ण रूप से वित्तीय आजादी मिल सके।                       

 

                                                                       

 

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